
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंहकाफी सुर्खियों में रहे हैं. हालांकि सुर्खियों में रहने की वजह गलत ही रही. युवराज सिंह ने पहले शाहिद अफरीदी की फाउंडेशन की मदद करने की अपील की, जिसके बाद फैंस उनपर बरसे और फिर उन्होंने युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर दिया, जिसके बाद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हो गई. जिसके बाद वे बैकफुट पर आ गए और अब जातिसूचक शब्द के इस्तेमाल के लिए फैंस से माफी मांगनी पड़ी है. युवराज सिंह ने ट्विटर पर सभी फैंस को कहा कि उनकी बात से अगर किसी को दुख पहुंचा है तो वो इसके लिए माफी मांगते हैं. युवराज ने साफ किया कि वो किसी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं करते.
युवराज का माफीनामा
युवराज सिंह ने ट्विटर पर बयान जारी करते हुए लिखा, मैं साफ करना चाहता हूं कि मैं रंग, जाति, पंथ या लिंग के आधार पर किसी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं करता. मैंने लोगों की भलाई में जीवन जिया है और आगे भी ऐसा ही जीना चाहता हूं. मैं हर व्यक्ति का सम्मान करता हूं. मैं अपने दोस्तों से बात कर रहा था और उस समय मेरी बात को गलत तरीके से लिया गया, जो अनुचित था. एक जिम्मेदार भारतीय होने के नाते मैं कहना चाहता हूं कि अनजाने में अगर मेरी बातों से किसी को दुख पहुंचा है तो मुझे इसका खेद है. देश और देशवासियों से मेरा प्यार हमेशा रहेगा.
बता दें युवराज सिंह जिस वीडियो में जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर रहे थे, वो सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गया था. इसके बाद युवराज सिंह से माफी की मांग होने लगी थी. इसी बीच हिसार में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी और उनके खिलाफ जांच शुरू होने की खबरें आ रही थी. हालांकि बता दें युवराज के खिलाफ अबतक स्नढ्ढक्र नहीं हुई है. अब युवराज ने माफी मांग ली है तो हो सकता है मामला आगे ना बढ़े.
अफरीदी की मदद को लेकर भी हुए थे ट्रोल
युवराज सिंह के लिए लॉकडाउन कुछ अच्छा नहीं रहा है. उन्हें सोशल मीडिया पर फैंस ने बीते दिनों काफी ट्रोल किया है. शाहिद अफरीदी की मदद करने को किए गए ट्वीट के बाद उनसे फैंस नाराज हो गए थे.ये नाराजगी हरभजन सिंह ने भी झेली थी





































